मोटी हो या दुबली दे दो
दादी माँ को पोती दे दो
पेट नसीहत से न भरेगा
भूखे को तुम रोटी दे दो
बिन पानी के प्यासे पौधे
उनको जल की लोटी दे दो
बाल नहीं हैं जिनके सर पर
उनको लंबी चोटी दे दो
फुटपाथों पर जो रोते हैं
उनको छोटी खोली दे दो
झूठ और सच को परखे ‘देवी’
ऐसी एक कसौटी दे दो
देवी नागरानी
2 comments:
झूठ और सच को परखे ‘देवी’
ऐसी एक कसौटी दे दो
...बस इतना ही
झूठ और सच को परखे
ऐसी एक कसौटी दे दो
bahoot hi sunder kamna hai..... kash aisa hi hota.
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